Samikshan Dhyan Center, Nanesh Nagar DANTA...

Acharya Shree Nanesh Samikshan Meditation Center Nanesh Nagar,Danta

पूर्ण स्वस्थ जीवन , मानसिक तनावों से मुक्ति ,मानसिक शांति एवं परमात्मा - अनुभूति का साधन - समीक्षणध्यान
प्रत्येक माह प्रथम रविवार से द्वितीय रविवार एवं तृतीय रविवार से चतुर्थ रविवार

शारीरिकी,मानसिक,भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए

आवासीय 'समीक्षण ध्यान ' शिविर

निशुल्क ७ दिवसीय
5000 साधक लाभान्वित
हर माह के प्रथम एवं तृतीय रविवार से प्रारंभ

"समीक्षण ध्यान "केंद्र

आचार्य श्री नानेश समता विकास ट्रस्ट
नानेश नगर - दांता द्वारा संचालित

निशुल्क- आवास,भोजन तथा "समीक्षण ध्यान" प्रशिक्षण
शारीरिक एवं मानसिक तनावों से हटकर, कषाय मुक्त जीवन जीने के विज्ञान से परिचय प्राप्त कर आनंदमय, संतुष्ट और सुखी जीवन जीने की कला सीखने के लिए ७ दिवसीय समीक्षण ध्यान शिविर अमोध साधन है.

वर्तमान युग

आज हम तनावों की दुनिया में जी रहे है.प्रतिदिन के सामान्य दैनिक कार्यकलाप भी बेहद मानसिक तनाव उत्पन्न करते है.अशहाय परिस्तिथियाँ, जो घातक मानसिक तनाव उत्पन करती है ,दिनचर्या का अंग बन गयी है.अनेक लोग निराश होकर मानसिक विकृति एवं दुर्बलता का शिकार हो रहे है. इसी निराशा को आशा मैं बदलने की दिव्यशक्ति भी तो आप स्वयं के ही अंदर विधमान है

"समीक्षण ध्यान"

स्वयं में विद्यमान इस दिव्यशक्ति का जागरण " समीक्षण ध्यान " साधना से किया जा सकता है." समीक्षण ध्यान साधना पद्धति,समीक्षण ध्यान योगी स्व.आचार्य श्री नानेश ने अपनी अनुभूतियों के आधार पर मानव कल्याण के लिये साधको को परिणाम की है. स्वर्गीय आचार्य श्री नानेश के मार्गदर्शन एवं सतत परिश्र्म का ही परिणाम है की आज साधक इस आध्यात्मिक साधना के मार्ग पर समस्त समस्याओ से मुक्त जीवन जीने का आनंद प्राप्त कर रहे है.

" समीक्षण ध्यान " क्या है....?

" समीक्षण ध्यान " स्वयं के विवेकशाील मस्तिष्क को जाग्रत करने की एक साधना पद्धति है.जिसके द्वारा मन और भावनाओं को अपनी मनोवृत्तियों का परिमार्जन किया जाता है | समीक्षण - सम + ईक्षण सम का अर्थ है - समभाव एवं ईक्षण का अर्थ है - देखना | अर्थात समभाव से अपनी मनोवृतियो को देखे एवं अशुभ से शुभ की और बठने का प्रयास है | अशुभवृतियो से मुक्ति एवं सुखी जीवन जीने की कला है समीक्षण ध्यान अनन्त ज्ञान दर्शन शक्ति जागरण का अमोध साधन समीक्षण ध्यान से तनमन एवं आत्मा का समन्वय होकर नये व्यक्तित्व का निर्माण होता है. आत्मा को देखें , स्वयं को स्वयं से देखे , यह " समीक्षण ध्यान " का मूलभूत

" समीक्षण ध्यान " ही क्यो ?

" समीक्षण ध्यान " शिविर में स्वास एवं देह समीक्षण , समीक्षण ध्यान साधना , कायोत्सर्ग , तनाववृति समीक्षण , योगनिंद्रा , योगासन एवं प्राणायम का प्रशिक्षण दिया जाता है |

विभिन्न साधकों के लिये " समीक्षण ध्यान " के उपयोग भिन्न है , क्योंकि यह शरीर के साथ-साथ आत्मा की अनेक छुपी हुई शक्तियों को प्रकट करने में सहायक होता है. " समीक्षण ध्यान " की निरंतर साधना से शारीरिकी , मानसिकी , भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्तर पर अपेक्षित परिणाम इस प्रकार है :-
(अ) शारीरिकी स्तर पर :- शरीर को स्वस्थ कर रक्त संचार को सहज , परिपुष्ट तथा नियमित बनती है.
(आ) मानसिक स्तर पर :- मस्तिष्क की जागरूकता और एकाग्रता बढ़ती है एवं मानसिक रोग मिटते है.
(इ)भावनात्मक स्तर पर :- चेतना में पवित्र भावना के अंकुर फूटते है.कषाय व कुव्रतियां समाप्त होती है.
(ई)आधात्मिक स्तर पर :- साधक विवेकशील हो , चेतन मन से भी आगे की अवस्था में पहुंच जाता है.

" समीक्षण ध्यान " कौन करे ?

यह केंद्र किसी धर्म अथवा सम्प्रदाय विशेष से प्रतिबध नहीं है और न ही यह किसी को अपनी आस्था में परिवर्तन की बात कहता है. किसी भी धर्म, सम्प्रदाय, जाति, वर्ग, नागरिकता आदि के भेदभाव के बिना " समीक्षण ध्यान " का अभ्यास किया जा सकता है. " समीक्षण ध्यान" तो बाह्र आत्मा से अंतरात्मा और अंतरात्मा से परमात्मा की अनुभूति करने की साधना है जो हर साधक सरलता से अपना सकता है .अभी तक ४००० साधक इससे लाभवान्वित हुए है.

" समीक्षण ध्यान " कहां सीखें...?

स्वर्गीय पूज्य आचार्य श्री नानेश प्रवर्तित " समीक्षण ध्यान " का साधकों को शिक्षण देने के लिये " समीक्षण ध्यान केंद्र " नानेश नगर , दांता , ७ दिवसीय ध्यान शिविरों का आयोजन, निशुल्क करता है ये ७ दिवसीय शिविर हर माह के पहले एवं तीसरे रविवार का दोपहर बाद प्रारंभ होकर दूसरे और चौथे रविवार को प्रात:काल के पश्चात समाप्त होते है. शिविर में सुव्यवस्थित आवास, भोजन, धोबी व्यवस्था एवं प्रशिक्षण पूणर्तया निशुल्क है.
साधना शिविर में शामिल होने वाले इच्छुक भाई-बहन , आरक्षण के लिये नानेश नगर , दांता से सम्पर्क कर अविलबं आरक्षण करवायें.
कपासन से दांता एवं दांता से कपासन तक बस व्यवस्था भी निशुल्क उपलब्ध करायी जाती है.
आरक्षण के लिये सम्पर्क सूत्र
व्यवस्थापक
आचार्य श्री नानेश , " समीक्षण ध्यान " केंद्र
नानेश नगर-दांता , तहसील कपासन , जिला चित्तौड़गढ़ (राज.)
टेलीफोन 01476 - 287206